कम्प्यूटर के प्रोग्राम तैयार करने में बहुत सावधानी की जरुरत होती है, कम्प्यूटर के लिए प्रोग्राम या software तैयार करने में बहुत सा समय और धन खर्च होता है।
इसलिए जरूरी है कि कम्प्यूटर प्रोग्राम एकदम सही और सटीक बने। कम्प्यूटर प्रोग्राम में जरा सा त्रुटि रह जाने से गंभीर परिणाम भुगतने होते है।
Example के लिये किसी या artificial satellite को ले जा रहे rocket के उडान को संचालित करने वाले कम्प्यूटर प्रोग्राम की मामूली त्रुटि भी पुरे mission को fail कर सकती है।
एक दम सही प्रोग्राम बनाये जा सके इसके लिए computer science में प्रोग्राम विकसित (develop) करने की एक step wise विधि बताई गयी है जिसे program development life cycle कहा जाता है जिसे short में PDLC कहते है।
कंप्यूटर प्रोग्राम तैयार करने की क्रमबद्ध प्रक्रिया को समझाना प्रारम्भ करने से पहले हमें पहले यह समझ लेना होगा की हम केवल उन्हीं समस्याओं या प्रॉब्लम के लिये कंप्यूटर प्रोग्राम बना सकते हैं जो किसी निश्चित logic पर आधारित होते हैं और जिन्हें कई सारे steps में break किया जा सके। for example students के results तैयार करने का कार्य एक fixed logic पर based होता है।
अतः उसके लिए कंप्यूटर प्रोग्राम बनाया जा सकता है।
कंप्यूटर प्रोग्राम तैयार करना एक गंभीर कार्य है, इस काम में जरा सी भी भूल चूक हीने से हमारा उद्देश्य पूरी तरह विफल हो सकता है।
जिन कार्यों में भूल चुक होने की अधिक संभावना होती है उन्हें हम बहुत ही व्यवस्थित तरीके से कई steps में बाट कर करते हैं। अतः कंप्यूटर प्रोग्राम तैयार करने जैसे गहन गंभीर कार्य को भी हम following steps में बाट कर कर सकते हैं -
इसलिए जरूरी है कि कम्प्यूटर प्रोग्राम एकदम सही और सटीक बने। कम्प्यूटर प्रोग्राम में जरा सा त्रुटि रह जाने से गंभीर परिणाम भुगतने होते है।
Example के लिये किसी या artificial satellite को ले जा रहे rocket के उडान को संचालित करने वाले कम्प्यूटर प्रोग्राम की मामूली त्रुटि भी पुरे mission को fail कर सकती है।
एक दम सही प्रोग्राम बनाये जा सके इसके लिए computer science में प्रोग्राम विकसित (develop) करने की एक step wise विधि बताई गयी है जिसे program development life cycle कहा जाता है जिसे short में PDLC कहते है।
कंप्यूटर प्रोग्राम तैयार करने की क्रमबद्ध प्रक्रिया को समझाना प्रारम्भ करने से पहले हमें पहले यह समझ लेना होगा की हम केवल उन्हीं समस्याओं या प्रॉब्लम के लिये कंप्यूटर प्रोग्राम बना सकते हैं जो किसी निश्चित logic पर आधारित होते हैं और जिन्हें कई सारे steps में break किया जा सके। for example students के results तैयार करने का कार्य एक fixed logic पर based होता है।
अतः उसके लिए कंप्यूटर प्रोग्राम बनाया जा सकता है।
कंप्यूटर प्रोग्राम तैयार करना एक गंभीर कार्य है, इस काम में जरा सी भी भूल चूक हीने से हमारा उद्देश्य पूरी तरह विफल हो सकता है।
जिन कार्यों में भूल चुक होने की अधिक संभावना होती है उन्हें हम बहुत ही व्यवस्थित तरीके से कई steps में बाट कर करते हैं। अतः कंप्यूटर प्रोग्राम तैयार करने जैसे गहन गंभीर कार्य को भी हम following steps में बाट कर कर सकते हैं -
Steps of PDLC (PDLC के स्टेप )
source : https://slideplayer.com/slide/7591201/ |
Aapne ye padai kese ki mujhe bhi bataiye please . Mai abhi eski suru baat hi kar hu isliye mujhe kuch samaj m nahi aa raha hai ki kya sahi hai or kya galat hai
ReplyDeletefantastic https://fst.unair.ac.id/5-bahasa-pemrograman-yang-harus-dikuasai/
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